ऐक्सिस कॉलेज में “कम्युनिकेशन डिजाइन” पर एक

ऐक्सिस कॉलेज में “कम्युनिकेशन डिजाइन” पर एक

ऐक्सिस कॉलेज में “कम्युनिकेशन डिजाइन” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन छात्रों ने सीखा चित्रों के माध्यम से संवाद स्थापित करने का प्रभावशाली तरीकाकानपुर, 6 अगस्त ऐक्सिस

कॉलेज के बीएफए (बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स) विभाग में सोमवार को “कम्युनिकेशन डिजाइन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस रचनात्मक और शैक्षणिक कार्यशाला में छात्रों ने यह सीखा कि किस प्रकार चित्रों और दृश्य रूपों के माध्यम से प्रभावशाली और उद्देश्यपूर्ण संवाद स्थापित किया जा सकता हैकार्यशाला

का संचालन बीएफए विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री प्रखर श्रीवास्तव द्वारा किया गया, जिनकी विशेषज्ञता कम्युनिकेशन आर्ट और डिजाइन के क्षेत्र में सुविख्यात है।उन्होंने

छात्रों को बताया कि आज के समय में दृश्य संप्रेषण (visual communication) का महत्व निरंतर बढ़ रहा है और इसका प्रयोग विज्ञापन, ब्रांडिंग, सामाजिक जागरूकता, डिजिटल मीडिया और यहां तक कि राजनीति जैसे क्षेत्रों में भी किया जा रहा हैकम्युनिकेशन

डिजाइन की अवधारणा पर विस्तार से चर्चाकार्यशाला में श्री श्रीवास्तव ने छात्रों को कम्युनिकेशन डिजाइन की मूल अवधारणा, उद्देश्य और इसके व्यावहारिक पक्षों से अवगत कराया।उन्होंने

समझाया कि एक चित्र या डिज़ाइन केवल सौंदर्य का प्रतीक नहीं होता, बल्कि वह एक विचार, भावना या संदेश को दर्शक तक पहुँचाने का माध्यम भी होता है।

उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और भारतीय उदाहरणों के माध्यम से यह बताया कि कैसे एक प्रभावशाली पोस्टर, लोगो या ग्राफिक संचार का सशक्त उपकरण बन सकता हैव्यावहारिक

सत्र और छात्र सहभागिताकार्यशाला के दौरान व्यावहारिक गतिविधियों का भी आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों को अपने विचारों को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करने का अवसर मिला।

उन्होंने सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर आधारित विषयों पर कार्य किया और दृश्य माध्यमों के उपयोग से संदेश को अभिव्यक्त कियाछात्रों

ने इस कार्यशाला में उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे अत्यंत ज्ञानवर्धक व प्रेरणादायक अनुभव बताया।बीएफए

विभाग के अन्य संकाय सदस्यों ने भी सत्र में भाग लिया और छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान कियाप्रशासन

की सराहनाकॉलेज प्रशासन ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएँ छात्रों को न केवल तकनीकी रूप से सक्षम बनाती हैं, बल्कि उन्हें समाज से जुड़ने और रचनात्मक अभिव्यक्ति के नए रास्ते तलाशने के लिए प्रेरित भी करती हैंविभागाध्यक्ष

ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह की रचनात्मक कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता रहेगा, जिससे छात्रों को आधुनिक कला एवं डिज़ाइन की दुनिया से कदम से कदम मिलाकर चलने का अवसर मिल सके।