
ऐक्सिस कॉलेज के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के शिक्षक श्री अमरेन्द्र श्रीवास्तव को
ऐक्सिस कॉलेज के फाइन आर्ट डिपार्टमेंट के शिक्षक श्री अमरेन्द्र श्रीवास्तव को मिला “बेस्ट आर्ट डायरेक्टर” का सम्मान कला और सृजनात्मकता के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करते हुए, ऐक्सिस कॉलेज के बीएफए (Bachelor of Fine Arts) विभाग के वरिष्ठ शिक्षक श्री अमरेन्द्र श्रीवास्तव को हाल ही में TAG (Thane Art Guild) चित्रगंध फिल्म फेस्टिवल में “बेस्ट आर्ट डायरेक्टर” का प्रतिष्ठित अवॉर्ड प्राप्त हुआ है .
यह सम्मान उन्हें उनकी हालिया शॉर्ट फिल्म “नाम” (NAAM) में उत्कृष्ट प्रोडक्शन डिज़ाइन के लिए दिया गया। फिल्म वर्तमान में देश के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई नामी फिल्म फेस्टिवल्स में प्रदर्शित की जा रही है और समीक्षकों व दर्शकों से सराहना बटोर रही है फिल्म “नाम” और उसका कलात्मक योगदान “नाम” एक संवेदनशील और गहन भावनाओं को उभारने वाली लघु फिल्म है, जिसमें मानवीय रिश्तों, पहचान और समाज में व्यक्ति के संघर्ष को कलात्मक रूप से प्रस्तुत किया गया है।
फिल्म के प्रोडक्शन डिजाइन में श्रीवास्तव का योगदान बेहद महत्वपूर्ण रहा — उन्होंने न सिर्फ फिल्म के सेट और लोकेशन्स को कहानी के अनुरूप ढाला, बल्कि रंगों, प्रकाश व्यवस्था और वस्त्रों जैसे सूक्ष्म तत्वों से भी फिल्म के भावनात्मक प्रभाव को और प्रबल बनायापुरस्कार
की महत्ताTAG चित्रगंध फिल्म फेस्टिवल महाराष्ट्र के थाने शहर में आयोजित होने वाला एक प्रतिष्ठित सिनेमाई आयोजन है, जहां देश-विदेश के फिल्मकार और कलाकार अपनी उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित करते हैं।इस
फेस्टिवल में “बेस्ट आर्ट डायरेक्टर” का खिताब जीतना कला निर्देशन की दुनिया में एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, और श्री अमरेन्द्र श्रीवास्तव का नाम इस सूची में जुड़ना उनके समर्पण और मेहनत का प्रमाण हैकॉलेज
और छात्रों का गर्वऐक्सिस कॉलेज के प्रबंधन, सहकर्मी शिक्षकों और विद्यार्थियों ने श्रीवास्तव की इस उपलब्धि पर गहरा हर्ष व्यक्त किया है।कॉलेज
प्रशासन ने कहा कि यह सफलता न केवल श्रीवास्तव के व्यक्तिगत सफर की जीत है, बल्कि कॉलेज की शिक्षा और कलात्मक माहौल की भी पहचान हैभविष्य
की योजनाएंश्री अमरेन्द्र श्रीवास्तव ने पुरस्कार मिलने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वे आने वाले समय में भी ऐसी ही प्रभावशाली और कलात्मक फिल्में बनाने में सक्रिय रहेंगे, और यह सम्मान उन्हें और अधिक रचनात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करेगा।फिल्म


“नाम” आने वाले महीनों में और भी अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में शामिल होगी, जिससे भारतीय कला निर्देशन को वैश्विक मंच पर नई पहचान मिलने की उम्मीद है।