ऐक्सिस कॉलेज के आर्किटेक्चर एवं इंटीरियर डिज़ाइन विभाग

ऐक्सिस कॉलेज के आर्किटेक्चर एवं इंटीरियर डिज़ाइन विभाग

कानपुर। ऐक्सिस कॉलेज के आर्किटेक्चर एवं इंटीरियर डिज़ाइन विभाग के विद्यार्थियों ने हाल ही में “सस्टेनेबल आर्किटेक्चर डिज़ाइन” विषय पर आयोजित एक सेमिनार में भाग लिया।

इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य छात्रों को टिकाऊ एवं पर्यावरण-अनुकूल वास्तुकला की गहन समझ प्रदान करना था।कार्यक्रम में वास्तुकला क्षेत्र के ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञों ने अपने विचार साझा किए।

उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में सस्टेनेबल आर्किटेक्चर की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और प्राकृतिक संसाधनों पर बढ़ते दबाव को देखते हुए पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना वास्तुकारों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।

सेमिनार में ऊर्जा-सक्षम भवन, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, प्राकृतिक वेंटिलेशन, ग्रीन बिल्डिंग मटेरियल्स और कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के उपायों पर विशेष चर्चा हुई।ऐक्सिस कॉलेज के विद्यार्थियों ने इस दौरान विशेषज्ञों से सीधे संवाद कर अपने सवाल भी रखे।

सेमिनार में भाग लेकर छात्रों ने यह अनुभव किया कि किस प्रकार रचनात्मकता और तकनीक के संतुलन से ऐसी संरचनाएँ बनाई जा सकती हैं जो न केवल सुंदर हों बल्कि पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार भी हों।

कॉलेज की ओर से यह पहल छात्रों को वास्तविक जीवन के अनुभवों से जोड़ने का प्रयास है। विभागाध्यक्ष ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों के व्यक्तित्व और पेशेवर विकास में सहायक सिद्ध होते हैं।

विद्यार्थियों ने भी इस शैक्षणिक यात्रा को बेहद उपयोगी बताया और कहा कि इससे उन्हें भविष्य की चुनौतियों का सामना करने की नई दिशा मिली।

ऐक्सिस कॉलेज सदैव अपने छात्रों को नवीनतम ज्ञान और प्रायोगिक अनुभव देने के लिए तत्पर रहता है। यह सेमिनार छात्रों के लिए न केवल सीखने का अवसर था बल्कि उन्हें सस्टेनेबल भविष्य की ओर कदम बढ़ाने की प्रेरणा भी प्रदान करता है।