भीतरगाँव ईंट मंदिर का शैक्षणिक भ्रमण सम्पन्न

भीतरगाँव ईंट मंदिर का शैक्षणिक भ्रमण सम्पन्न

भीतरगाँव ईंट मंदिर का शैक्षणिक भ्रमण सम्पन्न

कानपुर। ऐक्सिस कॉलेज के आर्किटेक्चर एवं इंटीरियर डिज़ाइन विभाग के छात्र-छात्राओं ने हाल ही में भीतरगाँव स्थित प्राचीन ईंट मंदिर का शैक्षणिक भ्रमण किया।

यह मंदिर गुप्तकाल में निर्मित हुआ था और भारत सरकार के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीन संरक्षित स्थल है।

छात्रों ने मंदिर की स्थापत्य शैली, निर्माण तकनीक और ऐतिहासिक महत्त्व को समझा।

इस अवसर पर ऐक्सिस कॉलेज के चेयरमैन श्री राज कुशवाहा जी ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और कहा कि इस तरह की यात्राएँ छात्रों के ज्ञान को समृद्ध करती हैं।

कॉलेज के निदेशक डॉ. आशीष मलिक जी ने कहा कि प्राचीन मंदिरों की वास्तुकला और उनके निर्माण में अपनाई गई तकनीकों को समझना छात्रों के लिए बेहद लाभकारी है।

इससे उन्हें भारतीय स्थापत्य कला की गहराइयों का अध्ययन करने का अवसर मिलता है।

आर्किटेक्चर विभाग की डीन डॉ. शांता दास भी छात्रों के साथ मौजूद रहीं।

उन्होंने छात्रों को मार्गदर्शन देते हुए बताया कि इस तरह के स्थलों का अध्ययन कर वे न केवल इतिहास से जुड़ते हैं, बल्कि अपने डिज़ाइन कौशल को भी बेहतर बना सकते हैं।

उन्होंने छात्रों से इस ज्ञान को अपने प्रोजेक्ट्स में शामिल करने की प्रेरणा दी।

छात्रों ने भ्रमण के दौरान मंदिर की संरचना का बारीकी से अध्ययन किया, नोट्स बनाए और फोटो डॉक्यूमेंटेशन भी किया।

साथ ही, उन्होंने मंदिर की वास्तुकला में प्रयुक्त ईंटों की संरचना, डिजाइन पैटर्न तथा संरक्षण तकनीकों के बारे में चर्चा की।

छात्रों ने कहा कि यह यात्रा उनके लिए ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायी रही।

इस शैक्षणिक भ्रमण ने छात्रों को भारत की समृद्ध स्थापत्य विरासत से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया और उनके भविष्य के पेशेवर विकास के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।