
विश्व प्राथमिक उपचार दिवस 2025 के उपलक्ष्य में Axis
विश्व प्राथमिक उपचार दिवस 2025 के उपलक्ष्य में Axis Institute of Pharmacy एवं Department of Life Sciences (Axis Institute of Higher Education) के संयुक्त तत्वावधान में एक विशेष प्राथमिक उपचार जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन दो विभिन्न स्थलों पर संपन्न हुआ:


🔹 जनता इंटर कॉलेज, गाज़ीपुर, फतेहपुर – आयोजित किया गया Axis Institute of Pharmacy द्वारा
🔹 दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन, गुजैनी, कानपुर – आयोजित किया गया Department of Life Sciences द्वारा
इस जागरूकता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को प्राथमिक उपचार की महत्ता से अवगत कराना तथा उन्हें आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित करना था। कार्यक्रम में यह संदेश भी दिया गया कि यदि समय पर प्राथमिक उपचार दिया जाए, तो अचानक होने वाली मृत्यु को भी रोका जा सकता है।
कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियाँ:
प्राथमिक उपचार पर पावरपॉइंट प्रस्तुति (PPT)
प्राथमिक उपचार जागरूकता क्विज़
रचनात्मक पोस्टर प्रस्तुति
आपातकालीन स्थितियों पर आधारित नाटक (स्किट)
हाथों से CPR (Cardio Pulmonary Resuscitation) वर्कशॉप
प्राथमिक उपचार किट का वितरण
विजेताओं का पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह
इस कार्यक्रम में विभाग के फैकल्टी सदस्यों ने छात्रों के साथ मिलकर शिक्षाप्रद एवं रोचक गतिविधियाँ आयोजित कीं, जिससे छात्रों में न केवल जीवन रक्षक कौशल विकसित हुए, बल्कि उनमें सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी उत्पन्न हुई।
इस अवसर पर Axis Colleges के चेयरमैन श्री राज कुशवाहा ने छात्रों को संबोधित करते हुए उनके उत्साह की सराहना की तथा इस प्रकार के सामाजिक सरोकार से जुड़े आयोजनों के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता दोहराई।
कार्यक्रम में Axis Colleges के डायरेक्टर डॉ. आशीष मलिक, फार्मेसी डायरेक्टर डॉ. अब्दुल्ला खान एवं विभागाध्यक्ष डॉ. ईशा यादव ने भी छात्रों का मार्गदर्शन किया और उनकी सक्रिय सहभागिता की सराहना की।
जनता इंटर कॉलेज के प्राचार्य श्री मनोज सिंह एवं दुर्गा प्रसाद विद्या निकेतन की प्राचार्या श्रीमती उषा दीक्षित ने Axis Colleges के चेयरमैन, डायरेक्टर, विभागाध्यक्ष, फैकल्टी एवं छात्रों का आभार व्यक्त किया।
इस आयोजन में विभाग के निम्नलिखित फैकल्टी सदस्य उपस्थित रहे:शाहरुख़ ख़ान, डॉ. अविनाश सिंह, अंकित गुप्ता, सदफ़ हाशमी, शिवा, विवेक सिंह, आशु यादव , अल्पना एवं डॉ. आमिर।
कार्यक्रम की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया कि यदि छात्रों को प्रारंभिक स्तर से ही जीवन रक्षक तकनीकों का ज्ञान दिया जाए, तो वे न केवल आपातकालीन स्थितियों में तैयार रहेंगे, बल्कि समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को भी बेहतर ढंग से निभा सकेंगे।