यूपी सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव 2025 में सम्मिलित हुए सिविल इंजीनियरिंग-AITM

यूपी सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव 2025 में सम्मिलित हुए सिविल इंजीनियरिंग-AITM

“यूपी सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव 2025 में सम्मिलित हुए सिविल इंजीनियरिंग-AITM के छात्र।एक्सिस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों ने 2nd Edition UP Sustainability Conclave 2025 में सक्रिय भागीदारी की।

यह आयोजन ए.पी.जे. अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (AKTU), लखनऊ द्वारा उत्तर प्रदेश को एक ग्रीन एवं क्लाइमेट-रेज़िलिएंट भविष्य की ओर अग्रसर करने हेतु किया गया।इस शैक्षणिक व जागरूकता कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने न केवल विशेषज्ञ व्याख्यानों को ध्यानपूर्वक सुना, बल्कि नीति-निर्माताओं और उद्योग जगत के विशेषज्ञों के साथ सीधा संवाद भी स्थापित किया।

इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य युवा इंजीनियरों और शोधकर्ताओं को टिकाऊ (sustainable) विकास की नई तकनीकों और रणनीतियों से परिचित कराना था।

कार्यक्रम के दौरान जिन प्रमुख विषयों पर चर्चा हुई, उनमें शामिल थे –

•इंफ्रास्ट्रक्चर में डीकार्बोनाइजेशन हेतु नीतियां और नियामक मार्ग

•क्लाइमेट-रेज़िलिएंट शहरी विकास

•ग्रीन बिल्डिंग और नेट-ज़ीरो कंस्ट्रक्शन प्रथाएं

•निर्माण क्षेत्र में सर्कुलर इकॉनॉमी

•कम-कार्बन एवं पर्यावरण-हितैषी नवाचार

उभरती प्रौद्योगिकियां और उनका इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्रभावसिविल इंजीनियरिंग विद्यार्थियों ने इन सभी विषयों पर गहन जानकारी प्राप्त की और यह अनुभव किया कि आज के समय में टिकाऊ निर्माण तकनीक, ऊर्जा-दक्षता और पर्यावरण संरक्षण किसी भी प्रोजेक्ट के लिए अत्यंत आवश्यक घटक बन गए हैं।

एक्सिस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के विद्यार्थियों ने इस अवसर को अपने शैक्षणिक और व्यावहारिक ज्ञान को समृद्ध करने वाला अनुभव बताया। उनका मानना था कि इस प्रकार के आयोजन भविष्य के सिविल इंजीनियरों को न केवल तकनीकी दक्षता प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें समाज और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील भी बनाते हैं।

संस्थान के शिक्षकों ने कहा कि यह कॉन्क्लेव विद्यार्थियों को वैश्विक चुनौतियों और स्थानीय समाधान को समझने का मंच प्रदान करता है। लखनऊ में आयोजित यह दूसरा संस्करण विद्यार्थियों को ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर डिज़ाइन और पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों की दिशा में प्रेरित करने वाला रहा।