सिविल इंजीनियरिंग छात्रों ने IIT Kanpur में अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप में की भागीदारी

सिविल इंजीनियरिंग छात्रों ने IIT Kanpur में अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप में की भागीदारी

सिविल इंजीनियरिंग छात्रों ने IIT Kanpur में अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप में की भागीदारी।

एक्सिस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (ए.आई.टी.एम.) के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने हाल ही में आयोजित ‘अंतरराष्ट्रीय वर्कशॉप ऑन एडवांस्ड न्यूमेरिकल मॉडल्स फॉर जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग’ में सक्रिय रूप से भाग लिया।

यह तीन दिवसीय वर्कशॉप, जो 6 से 8 नवंबर 2025 तक आयोजित हुई, भारतीय भू-तकनीकी सोसाइटी (आई.जी.एस.) कानपुर लोकल चैप्टर और आई.आई.टी. कानपुर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई थी।

वर्कशॉप का आयोजन आई.आई.टी कानपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एन.आर. पटेल के नेतृत्व में किया गया, जिसमें प्रोफेसर अर्घ्या दास और प्रोफेसर जगदीश पी. साहू ने संयुक्त सचिव के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

कार्यक्रम के पहले दिन (6 नवंबर) का उद्घाटन प्रोफेसर एन.आर. पटेल द्वारा किया गया, उसके बाद प्रोफेसर मनोज अरगड़ा (आईआईटी कानपुर) का स्वागत भाषण और अन्य अतिथियों को श्रद्धांजलि दी गई।

एक्सिस इंस्टीट्यूट के सिविल इंजीनियरिंग विभाग से लगभग 15 छात्रों ने इस वर्कशॉप में भाग लिया, जिसमें वे तकनीकी सत्रों में शामिल हुए। छात्रों ने जलवायु प्रतिरोधी संरचनाओं का विश्लेषण, ऊर्जा संरक्षण पर आधारित भू-तकनीकी इंजीनियरिंग, संख्यात्मक मॉडलिंग, और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर पर न्यूमेरिकल मॉडलिंग जैसे विषयों पर अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का अनुश्रवण किया।

एक्सिस इंस्टीट्यूट के सिविल इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख ई.मो. शारिक ने बताया, “हमारे छात्रों की यह भागीदारी न केवल उनके तकनीकी कौशल को निखारने का अवसर थी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भू-तकनीकी चुनौतियों पर चर्चा करने का मंच भी प्रदान करती है।

यह वर्कशॉप छात्रों को उन्नत संख्यात्मक मॉडलिंग टूल्स जैसे फाइनाइट एलिमेंट एनालिसिस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के एप्लीकेशन सीखने का मौका देती है, जो भविष्य में सस्टेनेबल इंफ्रास्ट्रक्चर डिजाइन में सहायक सिद्ध होंगे।”

वर्कशॉप के दूसरे और तीसरे दिन में उद्योग टॉक, डिजिटल फोरेंसिक पर सेशन्स हुए, ये प्रस्तुतियां आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकित की गईं, और कई छात्रों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए।

यह वर्कशॉप आईजीएस के 50+ लोकल चैप्टर्स के माध्यम से भारत भर के 5,500 से अधिक सदस्यों को जोड़ने का प्रयास था, जो जियो-इंजीनियरिंग में नवाचार को बढ़ावा देता है।

एक्सिस इंस्टीट्यूट, जो कानपुर के प्रमुख निजी इंजीनियरिंग संस्थानों में शुमार है, ने इस आयोजन के माध्यम से अपने छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त किया। संस्थान के छात्रों की यह उपलब्धि न केवल विभाग की उत्कृष्टता को दर्शाती है, बल्कि उभरते इंजीनियरों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बनेगी।

एक्सिस इंस्टीट्यूट प्रबंधन ने छात्रों के प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में ऐसे और अधिक अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।