
आर्किटेक्ट हाफ़ीज़ कॉन्ट्रैक्टर के साथ इंटर्नशिप
आर्किटेक्ट हाफ़ीज़ कॉन्ट्रैक्टर के साथ इंटर्नशिप
मुंबई में प्रतिष्ठित आर्किटेक्ट हाफ़ीज़ कॉन्ट्रैक्टर के साथ इंटर्नशिप से निखरी बी.आर्क की छात्रा कुलसूम बेगम की पेशेवर समझकानपुर स्थित आर्किटेक्चर संस्थान की बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (B.Arch) की छात्रा कुलसूम बेगम ने अपनी चार माह की इंटर्नशिप मुंबई में देश के जाने-माने वास्तुकार हाफ़ीज़ कॉन्ट्रैक्टर के प्रतिष्ठित कार्यालय Hafeez Contractor में सफलतापूर्वक पूर्ण की।
यह इंटर्नशिप न केवल उनके शैक्षणिक जीवन का एक महत्वपूर्ण चरण रही, बल्कि इससे उन्हें वास्तुकला के व्यावहारिक और पेशेवर पक्ष को गहराई से समझने का अवसर भी मिला।
हाफ़ीज़ कॉन्ट्रैक्टर भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली आर्किटेक्ट्स में से एक माने जाते हैं। उन्होंने देश ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अनेक प्रतिष्ठित परियोजनाओं पर कार्य किया है। उनकी डिजाइन शैली, बड़े पैमाने की परियोजनाओं को संभालने की क्षमता और समयबद्ध कार्यप्रणाली उन्हें वास्तुकला के क्षेत्र में विशिष्ट स्थान प्रदान करती है।
उनके कार्यालय में कार्य करना किसी भी आर्किटेक्चर छात्र के लिए एक गौरवपूर्ण और सीखने वाला अनुभव माना जाता है।इंटर्नशिप के दौरान कुलसूम बेगम को रेज़िडेंशियल, कमर्शियल और हाई-राइज़ प्रोजेक्ट्स से जुड़ी विभिन्न प्रक्रियाओं को समझने का अवसर मिला।
उन्होंने कॉन्सेप्ट डिज़ाइन से लेकर ड्रॉइंग डेवलपमेंट, क्लाइंट प्रेज़ेंटेशन, साइट कोऑर्डिनेशन और टीमवर्क जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अनुभव ने उन्हें यह समझने में मदद की कि वास्तविक प्रोजेक्ट्स किस प्रकार समय, बजट और क्लाइंट की आवश्यकताओं के अनुसार विकसित किए जाते हैं।
कुलसूम बताती हैं कि हाफ़ीज़ कॉन्ट्रैक्टर और उनकी टीम से मिली सीख ने उन्हें आत्ममूल्यांकन करने का अवसर दिया। उन्होंने अपनी क्षमताओं, कमियों और भविष्य की दिशा को स्पष्ट रूप से समझा। इस इंटर्नशिप ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया और उन्हें एक जिम्मेदार व पेशेवर आर्किटेक्ट बनने के लिए प्रेरित किया।
संस्थान के लिए भी यह गर्व का विषय है कि उनकी छात्रा को इतने प्रतिष्ठित आर्किटेक्ट के साथ कार्य करने का अवसर मिला। यह इंटर्नशिप अनुभव आने वाले समय में कुलसूम बेगम के करियर को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा और अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगा।
